Rivers and Dams in Haryana : नमस्कार दोस्तों, हरियाणा सामान्य ज्ञान से पूछे जाने वाले सवालों में हरियाणा की नदियों से बनने वाले सवालों का बहुत की महत्वपूर्ण योगदान रहता है।इस लेख में हम हरियाणा की नदियाँ व बाँध (Rivers and Dams in Haryana) के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी देंगे।
पोस्ट के अंत में हरियाणा की नदियों से सम्बंधित पेपर में पूछे गए सवालों को भी कवर किया गया है। इसलिए पहले पोस्ट को अच्छे से पढ़े और फिर सवालों के माध्यम से अपने आप को जाँचें।
Rivers and Dams In Haryana
हरियाणा राज्य में मुख्य रूप से नदियाँ पूर्वी, पश्चिमी और दक्षिणी सीमा के साथ बहती हैं। दक्षिणी भाग वाली नदियों की लम्बाई अन्य भाग की नदियों से कम है। हरियाणा के कुछ जिले ऐसे भी हैं जहाँ से होकर एक भी नदी नहीं गुजरती है।
हरियाणा की प्रमुख नदियों में से वर्तमान में राज्य में मुख्य रूप से 8 नदियाँ बहती हैं। इनमें से सरस्वती नदी जो कि अति प्राचीन नदी है, वह वर्तमान में विलुप्त हो चुकी है। हरियाणा की प्रमुख नदियाँ निम्न हैं-
- यमुना नदी
- घग्गर नदी
- मारकंडा नदी
- टांगड़ी नदी
- इंदौरी नदी
- दोहन नदी
- साहिबी नदी
- कृष्णावती नदी
- सरस्वती नदी
सभी नदियों के बारे में विस्तार से जानकारी नीचे दी गई है।

यमुना नदी
- यमुना नदी राज्य की पूर्वी सीमा के साथ बहती है।
- उद्गम स्थल : यमुना नदी बंदरपूछ श्रेणी (उतराखंड) के समीप “यमुनोत्री ग्लेशियर” से निकलती है।
- बांध : हथिनी कुंड बैराज (ताज़ेवाला), अनंगपुर बांध, किशाऊ बांध, रेणुका बांध, लखवार बांध, चेक बांध (सोम्ब नदी)
- यमुना नदी ताजेवाला (यमुनानगर) में कलेसर के समीप से हरियाणा में प्रवेश करती है और फ़रीदाबाद के हसनपुर से होते हुए उत्तर प्रदेश में अलीगढ़ से प्रवेश करती है।
- यमुना नदी हरियाणा और उत्तर प्रदेश के बीच में 320 किलो मीटर की सीमा बनाती है। सोम, पथराला, टोंस आदि नदियाँ यमुना नदी की सहायक नदी हैं।
घग्गर नदी
- घग्गर नदी हरियाणा की प्रमुख मौसमी (बरसाती) नदी है।
- उद्गम स्थल : घग्गर नदी डागशाई झील (हिमाचल प्रदेश) से निकलती है।
- बांध : कौशल्या बांध, दगाना बांध, दीवानवाला बांध, छामला बांध, ओट्टू बैराज
- घग्गर नदी पिंजौर के पास कालका (पंचकूला) से होकर हरियाणा में प्रवेश करती है। हरियाणा के सिरसा जिले से होती हुई हनुमानगढ़ से राजस्थान राज्य में प्रवेश कर जाती है और राजस्थान में ही विलुप्त हो जाती है।
- घग्गर नदी द्वारा बनाए गए “बाढ़ के मैदान” को नेली कहा जाता है। झाजरा और कौशल्या नदी घग्गर नदी की सहायक नदियाँ हैं।
मारकंडा नदी
- मारकंडा नदी यमुना नदी की एक सहायक नदी है।
- उद्गम स्थल : मारकंडा नदी हिमाचल प्रदेश के नाहन जिले के सिरमौर क्षेत्र के पास से शिवालिक की पहाड़ियों से निकलती है।
- बांध : हरियाणा में इस नदी पर कोई बांध नहीं है। इस नदी से सेनिसा झील बनाई हुई है जहाँ पर जा कर यह नदी विलुप्त हो जाती है।
- मारकंडा नदी का प्राचीन नाम “अरूणा नदी” था। इस नदी का अधिकतर जल सेनिसा झील में जाता है। टांगड़ी, रण, बेगना, नकटी आदि नदियाँ मारकंडा नदी की सहायक नदियाँ है।
टांगड़ी नदी
- टांगड़ी नदी मारकंडा नदी की एक सहायक नदी है।
- उद्गम स्थल : टांगड़ी नदी पंचकूला के पास :मोरनी की पहाड़ियों” से निकलती है।
- सहायक नदियाँ : बलियाली, आमरी
- टांगड़ी नदी मुलाना के समीप मारकंडा नदी में मिल जाती है। इस नदी को मारकंडा की उपनदी कहा जाता है।
इंदौरी नदी
- इंदौरी नदी मुख्य रूप से मेवात जिले में बहती है और बाद में साहिबी नदी में मिल जाती है।
- उद्गम स्थल : इंदौरी नदी मेवात की पहाड़ियों से निकलती है।
दोहन नदी
- दोहन नदी एक मौसमी नदी है जो बाद में साहिबी नदी के साथ मिल जाती है।
- उद्गम स्थल : दोहन नदी राजस्थान के सीकर जिले के समीप नीम का थाना के पास मंधोली गाँव से निकलती है।
- दोहन नदी रेवाड़ी जिले से हरियाणा में प्रवेश करती है और रेवाड़ी महेंद्रगढ़ जिले से होते हुए साहिबी नदी में मिल जाती है।
साहिबी नदी
- साहिबी नदी एक बरसाती नदी है।
- उद्गम स्थल : साहिबी नदी मनोहरगढ़ और जीतगढ़ के समीप बहरोड़ पहाड़ी से निकलती है।
- बांध : मसानी बैराज
- सहायक नदियाँ : सोता, इंदौरी, बार्कनिया नाला
- साहिबी नदी हरियाणा में कोट क़ासिम, रेवाड़ी जिले के समीप से प्रवेश करती है और रेवाड़ी, गुरुग्राम जिलों से बहते हुए अंत में नजफगढ़ झील में समाहित हो जाती है।
कृष्णावती नदी
- कृष्णावती नदी को कंसावती नदी भी कहा जाता है। यह नदी हरियाणा के दक्षिण भाग से हरियाणा में प्रवेश करती है।
- उद्गम स्त्रोत : कृष्णावती नदी जयपुर (राजस्थान) से निकलती है।
- कृष्णावती नदी रेवाड़ी, झज्जर, महेंद्रगढ़ जिलों से होते हुए अंत में साहिबी नदी में मिल जाती है।
सरस्वती नदी
- सरस्वती नदी के बारे में ऐसा कहा जाता है की यह यमुनानगर जिले से होकर बहती थी। यह एक सदानीरा नदी थी जो अब बरसाती बन चुकी है।
- उद्गम स्थल : सरस्वती नदी सिरमौर (हिमाचल प्रदेश) से निकलती है।
- सहायक नदियाँ : मारकंडा, टांगड़ी, चौटांग
- माना जाता है यह नदी हरियाणा से बहते हुए आगे जाकर संगरूर (पंजाब) में घग्गर नदी में मिल जाती है। यमुनानगर के गान मुगलावली (सरस्वती नगर) में इस नदी के साक्ष्य मिले हैं और वहाँ खुदाई शुरू भी की गई है।
यह भी पढ़ें –
Rivers and Dams In Haryana FAQ
Q1. मारकंडा नदी को प्राचीन समय में किस नाम से जाना जाता था?
Ans. अरूणा
Q2. सरस्वती नदी का उद्गम स्त्रोत क्या है?
Ans. सिरमौर (हिमाचल प्रदेश)
Q3. दक्षिण हरियाणा की प्रमुख नदी कौन सी है?
Ans. साहिबी नदी
Q4. कौशल्या बाँध किस नदी पर है?
Ans. घग्गर नदी पर
Q5. मसानी बैराज किस नदी पर है?
Ans. साहिबी नदी
Q6. ज्योतिसर तीर्थ किस नदी के किनारे स्थित है?
Ans. सरस्वती नदी
Q7. मारकंडा नदी प्रमुख रूप से किस जिले में बहती है?
Ans. कुरुक्षेत्र
Q8. यमुना नदी किस जिले से हरियाणा में प्रवेश करती है?
Ans. यमुनानगर
Q9. टांगड़ी नदी किस नदी की प्रमुख सहायक नदी है?
Ans. सरस्वती नदी
Q10. शिवालिक की पहाड़ियों से हरियाणा की कौन सी नदी निकलती है?
Ans. घग्गर, मारकंडा, टांगड़ी
Q11. हरियाणा की किस नदी पर रेणुका, किशाऊ और लाखवार व्यासी इत्यादि बांध बनाए गए है?
Ans. यमुना नदी
Q12. यमुना नदी हरियाणा की किस सीमा के साथ बहती है?
Ans. पूर्वी सीमा के साथ
Q13. हरियाणा की मुख्य मौसमी नदी “घग्गर नदी” किस स्थान से राज्य में प्रवेश करती है?
Ans. पिंजौर
Q14. कौन सी नदी अंबाला से होते हुए हरियाणा में प्रवेश करती है?
Ans. मारकंडा नदी
Q15. ऐतिहासिक काल में हरियाणा किस नदी के तट पर स्थित था?
Ans. सरस्वती नदी